THE BASIC PRINCIPLES OF SIDH KUNJIKA

The Basic Principles Of sidh kunjika

The Basic Principles Of sidh kunjika

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पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा ।

No one of many limbs with the Chaṇḍī Pāṭhaḥ is capable of conveying the complete solution of the Glory in the Goddess.

न सूक्तं नापि ध्यानं च, न न्यासो न च वार्चनम्।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

रात के समय ये पाठ ज्यादा फलदायी माना गया है.

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः

इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.

विच्चे चा ऽभयदा नित्यं, नमस्ते मन्त्ररूपिणि।।

छठ की here व्यापकता में पोखर तालाब से टूटता नाता

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम् ।

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